Srishti Ki Rachna: आग्नेय पुराण के अनुसार सृष्टि की रचना का वर्णन
श्री हरि ही स्वर्ग आदि के रचयिता हैं। सृष्टि और प्रलय आदि उन्हीं के स्वरुप हैं। सृष्टि के आदि कारण भी वे ही हैं। वे ही निर्गुण हैं और वे ही सगुण हैं।
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Read moreकोरोना कोविड 19 (Coronavirus Covid 19) चीन से चलकर आज वैश्विक बीमारी बन चुकी है। आज पूरा विश्व इस बीमारी
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Read moreआप सभी ने हनुमान चालीसा में एक चौपाई पढ़ी होगी – “अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता” “Ashta Sidhi Nav Nidhi ke data”। इसका अर्थ ये है कि हनुमान जी आठ प्रकार की सिद्धि और नौ प्रकार की निधियों को प्रदान करने वाले हैं।
Read moreस्त्रोत और मंत्र जाप के लाभ (Stotra or mantra jaap se labh) मंत्र दो अक्षरों से मिलकर बना है मन
Read moreशरीर के अन्दर जब आत्मा प्रवेश करती है तब ही मनुष्य का जन्म होता है। आसान शब्दो में कहे तो शरीर और आत्मा के मिलने से मनुष्य बनता है। “मै” आत्मा है।
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